मेरे विनती यही है श्याम प्यारे
किरपा बरसाए रखना
मुझे तेरा ही सहारा वनवारी
चरणों से लिपटाए रखना
छोड दुनिया के झूठे नाते सारे,
कन्हियाँ तेरे दर पे आ गया
मैंने तुमको पुकारा हे मुरारी,
के जग से बचाए से रखना,
कृपा बरसाए रखना
इन सांसो की माला पेहने
सदा ही तेरा नाम सिमरूं
लागी नशा श्री श्याम नाम वाली,
नशा ये चड़ाये रखना
कृपा बरसाए रखना
तेरी नाम की ओड चुनरिया
मैं डोलू तेरी गलियन में
दास संदीप की यही है
अर्जी के सेवक बनाये रखना