नाचे रे मोरा सोहना सांवरियां,
नाचे रे मन मोहना सांवरियां,
ब्रिज भूमि आज सजी मधुवन में रास रची,
नाचे रे मोरा सोहना सांवरियां।।
छमक छमक छन छनन बाजे पेजनिया,
ठुमक ठुमक नाचे कान्हा झूमे है सखियाँ,
सुध बुध वो खोये हुई बावरिया,
नाचे रे मोरा सोहना सांवरियां।।
चन्दा से मिलने की प्यासी चकोरियाँ,
हरक हरक नाच रही ब्रिज की ये छोरियां,
झलक रही प्रीत भरी गागरियाँ,
नाचे रे मोरा सोहना सांवरियां।।
भाव में विभोर रंगी श्याम रंग गोरियां,
थिरक रही मन्त्र मुकत अल्हर की छोरियां,
मधुर मधुर तान छेड़े बांसुरियां,
नाचे रे मोरा सोहना सांवरियां।।
नाचे रे मोरा सोहना सांवरियां,
नाचे रे मन मोहना सांवरियां,
ब्रिज भूमि आज सजी मधुवन में रास रची,
नाचे रे मोरा सोहना सांवरियां।।