ओ मैया तेरा मुझको दीदार हो जाए,
ओ मैया तेरा मुझको दीदार हो जाए,
उजड़ा चमन फिर से मेरा गुलजार हो जाए।।
ओ मैया तेरा मुझको दीदार हो जाए,
ओ मैया तेरा मुझको दीदार हो जाए,
उजड़ा चमन फिर से मेरा गुलजार हो जाए।।
ओ मैया तेरा मुझको ओ मैया तेरा मुझको
कैसे चलेगी मैया तूफान में नैया,
तूफान में नैया हो जाए एक इशारा
हो जाए एक इशारा भव पार हो जाए,
उजड़ा चमन फिर से मेरा गुलजार हो जाए।
ओ मईया तेरा मुझको, दीदार हो जाए,
उजड़ा चमन फिर से, मेरा गुलजार हो जाए।।
ख्वाहिश मेरे जीवन की ज्यादा बडी नही,
ज्यादा बडी नही, बस तेरी किरपा मुझपे
बस तेरी किरपा मुझपे, इक बार हो जाए,
उजड़ा चमन फिर से, मेरा गुलजार हो जाए।
ओ मईया तेरा मुझको, दीदार हो जाए,
उजड़ा चमन फिर से, मेरा गुलजार हो जाए।।
खाली नही जाउंगी जिद पे अड़ी हूँ माँ,
जिद पे अड़ी हूँ माँ, देखूं दयालु कैसे
देखूं दयालु कैसे, इंकार हो जाए,
उजड़ा चमन फिर से मेरा गुलजार हो जाए।
ओ मईया तेरा मुझको, दीदार हो जाए,
उजड़ा चमन फिर से, मेरा गुलजार हो जाए।।
कर दे मुरादे पूरी, बस इतना सोच कर,
बस इतना सोच कर, “बनवारी” मुझे भी तेरा,
मुझे भी तेरा, ऐतबार हो जाए
उजड़ा चमन फिर से,मेरा गुलजार हो जाए।
ओ मईया तेरा मुझको, दीदार हो जाए,
उजड़ा चमन फिर से, मेरा गुलजार हो जाए।।
सिंगर – वैष्णवी मुखर्जी जी।
O Maiya Tera Mujhko Deedar Ho Jaye
Ujda Chaman Fir Se Mera Gulzaar Ho Jaaye