ओम जय शिव ओमकारा शिव ओमकरा शिव ओमकारा

ओम जय शिव ओमकारा
शिव ओमकरा शिव ओमकारा
ओम जय शिव ओमकारा

सत्या ही शिव है शिव ही सुंदर
शिव ही समाया जाग के अंदर ओम
गूँजती रहती नाद द्वाणी है
इस सारे ब्रह्माण्ड के अंदर
ओम जय शिव ओमकारा

भोले भाले डमरू वाले
गंगा जिनके जाता में विराजे ओम
मस्तक पर है चाँद सजाया
बगल में बैठे को दबाए

ओम जय शिव ओमकारा
शिव ओमकरा शिव ओमकरा
ओम जय शिव ओमकारा

जगत के स्वामी आंतेरामी
ये त्रिपुरारी हम अनुगामी
इनके जैसा देव ना दूजा
देव भी करते जिनकी पूजा ओम

ओम जय शिव ओमकारा
शिव ओम करा शिव ओम करा
ओम जय शिव ओमकारा

Om Jai Shiv Om Kara
Shiv Om Kara Shiv Om Kara
Om Jai Shiv Om Kara

Satya Hi Shiv Hai Shiv Hi Sundar
Shiv Hi Samaya Jag Ke Andar Om
Goonjati Rehti Naad Dwani Hai
Iss Saare Brahmad Ke Andar
Om Jai Shiv Om Kara

Bhole Bhaale Damru Wale
Ganga Jinke Jata Mein Viraje Om
Mastak par Hai Chaand Sajaya
Bagal Mein Baithe Yam Ko Dabaye

Om Jai Shiv Om Kara
Shiv Om Kara Shiv Om Kara
Om Jai Shiv Om Kara

Jagat Ke Swami Anteryaami
Ye Tripurari Hum Anugaami
Inke Jaisa Dev Naa Dooja
Dev Bhi Karte Jinki Pooja Om

Om Jai Shiv Om Kara
Shiv Om Kara Shiv Om Kara
Om Jai Shiv Om Kara

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