चरनो में तेरे मिला जो ठिकाना
चरनो में तेरे मिला जो ठिकानाप्यासे को मानो कोई सावन मिला है।। मैंने जो चाहा जीवन में पायासंग मेरे रहता सांवरे का सायाशिकवा किसी से है ना कोई गिला है।। चरनो में तेरे मिला जो ठिकानाप्यासे को मानो कोई सावन मिला है।। मंजिल का मेरे पता कुछ नहीं थाअंधेरो में यूही भटका किया थातेरे प्यार … Read more