कैलाश निवासी हो तुम तो अविनाशी हो
नील अंग और नील रंग और नीलकमल से नैननीलमणि जहाँ छाया किये, बैठे मूंदे नैनशिवजी बैठे मूंदे नैन कैलाश निवासी हो तुम तो अविनाशी होमरघट में भी रहके आप घट घट के वाशी होमरघट में रहके भी आप घट घट के वाशी हो।। जिसके तू करीब है बड़ा खुशनसीब हैमौत भी करे क्या उसका जो … Read more