धन धन भोलेनाथ तुम्हारे कमी नहीं है खजाने में
धन धन भोलेनाथ, तुम्हारे कमी नहीं है खजाने में,तीन लोक बस्ती में बसाए, आप बसे वीराने में।। जटा जूट का मुकुट शीश पर गले में मुंडो की माला,मस्तक पर छोटा सा चंद्रमा कपाल का कर में प्याला,जिसको देखकर भय लागे है गले में सर्पों की माला,तीसरे नेत्र में छिपी तुम्हारे महाप्रलय की है ज्वाला,पीने को … Read more